
पोतनकोड: शान्तिगिरि आश्रम ओर्गनाइज़िंग सेक्रेटरी स्वामी गुरुमित्रन ज्ञान तपस्वी गुरुज्योति में विलीन हो गए हैं। वह ४७ वर्ष के थे। वह काफी समय से तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में पेट की बीमारी के लिए चिकित्सा में थे। आज, ३०.५.२०२३, मंगलवार, प्रातः १०.१० बजे अस्पताल में स्वामी का निधन हो गया।
बचपन से ही स्वामी अपनी मां के साथ आश्रम में रह रहे थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद स्वामी आश्रम के कार्यों में सक्रिय थे।२००२ में उन्हें संन्यास दीक्षा प्राप्त हुई थी। काफी समय तक स्वामी आश्रम की चन्दिरूर शाखा, जो कि नवज्योति श्रीकरुणाकरगुरु का जन्म स्थल है, के प्रभारी थे। २०११ में उन्हें आश्रम के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स में सम्मिलित किया गया और जोएंट सेक्रेटरी का प्रभार सौंपा गया। २०१९ से वह आश्रम के ओर्गनाइज़िंग सेक्रेटरी और शान्तिगिरि आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के मैनेजर का कार्यभार संभाल रहे थे।
पूर्वाश्रम जीवन में स्वामी का नाम अजयकुमार एल. था। उनका जन्म फरवरी १०, १९७६, को श्री कृष्णन कुट्टी और श्रीमती लतिका दंपति के घर तिरुवनंतपुरम के चिरयिनकीष़ तालुक में हुआ।
स्वामी के पार्थिव शरीर को कल, ३१.५.२०२३, बुधवार, प्रातः ७ बजे से सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा। अंतिम संस्कार एवं प्रार्थनाएं दोपहर १२ बजे शुरू होंगे। अंतिम संस्कार शान्तिगिरि आश्रम, पोतनकोड, में किया जाएगा।