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योग्य परिवारों में जन्मे बच्चे दुनिया पर राज करेंगे – स्वामी गुरुसविध ज्ञान तपस्वी

“Manju”

पोत्तनकोड: अगर आप साफ रात में आसमान की ओर देखेंगे तो आपको हजारों चमकते सितारे दिखाई देंगे। वे पुण्यात्माएं हैं जिन्होंने ईमानदारी और नैतिक रूप से जीवन जीया है। वे पैदा होने के लिए सही समय की प्रतीक्षा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें जन्म देने के लिए कोई उपयुक्त मातृ या पितृ शरीर नहीं है, शांतिगिरि हेल्थकेयर एंड रिसर्च ऑर्गनाइजे़शन के प्रमुख स्वामी गुरुसविध ज्ञानतपस्वी ने शांतिगिरि आश्रम में आयोजित 39वें संन्यास दीक्षा वार्षिकम के सिलसिले में 8वें दिन के सत्संग में रविवार रात को मुख्य भाषण देते हुए यह कहा।

ये सत् बच्चे, जो योग्य परिवारों में पैदा होंगें, वास्तव में दुनिया पर शासन करेंगे। तपस्वियों से अपेक्षा की जाती है कि वे मानव जाति को धर्म की ओर ले जाएं, यही उनका कर्तव्य है। जब हृदय में गुरु नाम का बीज बोते हैं तो गुरु को अंतःकरण में भर देना चाहिए। गुरु का प्रकाश मन के भीतर ले जाना चाहिए। अंतर्मन हमेशा प्रार्थना में लगा रहना चाहिए, ताकि मन की शुद्धि के माध्यम से सारी मानवराशी से प्रार्थना के द्वारा द्वेष, नफरत और अहंकार को दूर किया जा सके। जब भक्त सात्विक हो जाता है तो गुरु और भक्त एक हो जाते हैं। जो लोग आश्रम में किसी भी प्रकार के कार्य में संलग्न होते हैं तो वे विभिन्न कर्मों के माध्यम से बिना एहसास हुए ही बदल जाते हैं। जब उसके जीवन की दिशा बदल जाती है तभी भक्त को पता चलता है कि उसने खुद को बदल लिया है।

एक बार अभिवन्द्या शिष्यपूजिता ने स्वामी से यह प्रश्न पूछा था कि बौद्ध भिक्षा के लिए क्यों जाते हैं, और अभिवन्द्या शिष्यपूजिता ने स्वयं कहा था: मेरे द्वारा प्राप्त ईश्वर के प्रकाश से सभी को भरना है। इसी प्रकार गृहस्थाश्रमी सहित गुरु मंत्र का जप करने वाले प्रत्येक आत्म-रूपांतरित व्यक्ति को गुरु की इच्छा को दूसरों तक फैलाना चाहिए। हमारे परिवारों में जन्म लेने वाली नई पीढ़ी को परोपकारी और दयालु बनाएं। जो बच्चे समाज के लिए आदर्श बनें, वे हमारे गुरु की पहचान हों। तो कल विश्व गुरुमय हो जायेगा। हम सभी पर गुरु के विचारों को दुनिया के सामने लाने की भारी ज़िम्मेदारी है।

शीजा सजीव ने अपने आश्रम के अनुभव साझा करते हुए कहा कि बिना किसी साधन के, ईमानदारी से, गुरु के वचन पूछकर और गुरु की कृपा से उन्होंने जिया है। शांतिगिरि आश्रम सलाहकार समिति के संरक्षक (योजना एवं विकास) डी. के. किशोर ने सभा का स्वागत किया। शांतिगिरि रक्षाकर्ता समिति गवर्निंग कमेटी के वरिष्ठ संयोजक एडवोकेट वी.देवदत्तन ने आठवें दिन के सत्संग के लिए आभार व्यक्त किया।

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