पोत्तनकोड (तिरुवनंतपुरम): सांसद अडूर प्रकाश ने कहा कि शान्तिगिरि ऐसा समुदाय है जो कि जाति और मत की सोच से परे है। वह शान्तिगिरि आश्रम में पुजित पीठ समर्पण के अवसर पर आयोजित सार्वजनिक बैठक का उद्घाटन कर रहे थे।
आध्यात्मिकता कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिसे हम आज के युग में अलग रख सकें। हमारे सभी दृष्टिकोण आध्यात्मिकता में सन्निहित हैं। सांसद ने कहा कि आध्यात्मिक सोच और उससे भी अधिक आध्यात्मिक गतिविधियां समाज को अच्छा बनाने का अवसर पैदा कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए शान्तिगिरि इस समझ के साथ कार्य कर रहा है कि सामाजिक भलाई ही हर चीज का तथ्य है।
राज्य सभा सदस्य एडवोकेट ए.ए. रहीम ने बैठक की अध्यक्षता की। सांसद ने टिप्पणी की कि शान्तिगिरि मत से परे आध्यात्मिकता को बढ़ावा देता है। गुरु के संदेश इस को उजागर करते हैं, उन्होंने कहा।
शान्तिगिरि आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चैतन्य ज्ञानतपस्वी और महासचिव स्वामी गुरुरत्नम ज्ञानतपस्वी सभा में उपस्थित थे। विधायक वी. जॉय मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर मिज़ोराम के पूर्व राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन ने निर्देशक और मूर्तिकार राजीव अंचल को शारदा ज्योतिपुरम द्वारा लिखित कविता संग्रह ‘अनुकम्पा’ की प्रति दे कर संग्रह का विमोचन किया।
शान्तिगिरि विद्या भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल जननी कृपा ज्ञानतपस्विनी, सांस्कृतिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष के. मधुपाल, पालयम जुमा मस्जिद के इमाम डॉ.वी.पी. शुहैब मौलवी, भारतीय जनता पार्टी तिरुवनंतपुरम जिला कोषाध्यक्ष एम. बालमुरली, तिरुवनंतपुरम पंचायत सदस्य के वेनुगोपालन नायर, माणिकल पंचायत के अध्यक्ष कुतिरकुलम जयन, सदस्य कोलियाकोड महेंद्रन, आर. सहीरत बीवी, पोत्तनकोड पंचायत सदस्य अभिन दास, शान्तिगिरि गृहस्थाश्रम संघ के वरिष्ठ संयोजक राजीव एस., कोयिलंदी क्षेत्र विश्व सांस्कृतिक नवोत्थान केंद्र के जनसंपर्क संयोजक टी. चंद्रन, मलप्पुरम क्षेत्र मातृमंडलम की जनसंपर्क संयोजक के. लीना, शांतिमहिमा गवर्निंग कमेटी के समन्वयक बी. एस. सतप्रियन, गुरुमहिमा गवर्निंग कमेटी की समन्वयक आर. शांतिप्रिया, गुरुमहिमा संयोजिका ब्रह्मचारिणी के. एम. स्नेहावल्ली एवं अन्य विशिष्ट व्यक्तियों ने भाग लिया।