नवज्योति श्रीकरुणाकरगुरु के विचारों ने दुनिया को नई दिशा दी है: मंत्री वी. मुरलीधरण

पोत्तनकोड: नवज्योति श्रीकरुणाकरगुरु के विचारों और सिद्धांतों ने दुनिया को एक नई दिशा दी है, केन्द्रीय मंत्री वी मुरलीधरण ने कहा है। शान्तिगिरि आश्रम में 39वें संन्यासी दीक्षा वार्षिकम से संबंधित बधाई सम्मेलन का उद्धघाटन करते हुए उन्होंने कहा कि गुरु जानते थे कि केवल महिलाओं की आध्यात्मिक उन्नति से ही संसार का आध्यात्मिक उत्थान संभव है। प्रकृति और हमारी नदियों से लेकर हम सब को मां का दर्जा देते हैं। ऐसे देश में यह उपयुक्त है कि विजयदशमी के दिन आश्रम में 22 ब्रह्मचारिणियों को संन्यास दीक्षा दी गई है। शान्तिगिरि आश्रम में संन्यास दीक्षा इस गलत धारणा को बदलती है कि महिलाएं दूसरे दर्जे की नागरिक हैं। इस समारोह से महिलाओं को समाज में उनकी योग्य जगह दी जा रही है।
केरल राज्य मंत्री एंटनी राजू ने सम्मेलन में संन्यास दीक्षा की औपचारिक घोषणा की। सम्मेलन की अध्यक्षता विधायक कडंकमपल्ली सुरेन्द्रन ने की। राज्य भक्ष्य मंत्री जी. आर. अनिल एवं सांसद ए. ए. रहीम, विधायक डी. के. मुरली एवं एम. विंसेंट प्रमुख अतिथि थे।
आश्रम प्रेज़िडेंट स्वामी चैतन्य ज्ञान तपस्वी एवं जेनरल सेक्रेटरी स्वामी गुरुरत्नम् ज्ञान तपस्वी, पालयम इमाम डॉ. वी. पी. सुहेब मौलवी, बिलीवर्स चर्च ओक्सिलरी बिशप माथ्यू मोर सिलवानस एपिसकोप्पा, स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती (श्रीरामपद आश्रम), स्वामी अभयानंद (चेंपष़न्ती गुरुकुलम्), स्वामी निर्मोहात्म ज्ञान तपस्वी, जननी रम्याप्रभा ज्ञान तपस्विनी, डॉ. जी. आर. किरण और राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक क्षेत्रों से संबंधित कई विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित थे।