चेन्नई: चेय्यूर का पूरा गांव शान्तिगिरि आश्रम गुरुस्थानीय शिष्यापूजिता अमृता ज्ञान तपस्विनी के स्वागत के लिए तैयार हो रहा है।
शिष्यपूजिता, जो कि पहली बार चेय्यूर आ रही हैं, जनवरी 5 को यहां पहुंचेंगी। तामिल नाडु में शान्तिगिरि आश्रम की गतिविधियों के पच्चीस साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर वह यहां आ रहीं हैं।
चैय्यूर आश्रम शहर की भीड़-भाड़ से दूर एक सुंदर स्थान पर स्थित है। स्वामी मनुचित ज्ञान तपस्वी, पाँच या छह आश्रमवासी और लगभग दस परिवार जो प्रार्थना के लिए आते हैं, आश्रम में दिखते थे। लेकिन पिछले एक महीने से ऐसा नहीं है। आश्रम की विभिन्न शाखाओं और केंद्रीय आश्रम से गुरुधर्म प्रकाश सभा के सदस्यों के आगमन से क्षेत्र का चेहरा बदल गया है । पीले वस्त्रधारी संन्यासियों को देखकर क्षेत्र के लोग आश्रम में आने लगे हैं।
यह भूमि उस स्वागत का गवाह बनने जा रही है जो किसी भी आचार्य को कभी नहीं दिया गया। चेय्यूर के स्थानीय लोग संन्यासीओं और गुरुभक्तों के साथ एकजुट होकर काम कर रहे हैं। हर सुबह समन्वय बैठक होती है। स्वामी भसुर ज्ञान तपस्वी लोगों को आमंत्रित करेंगे। स्वामी जनतीर्थन ज्ञान तपस्वी आवास के प्रभारी हैं। रसोई मामलों का नेतृत्व करने के लिए स्वामी चित्तशुद्ध ज्ञान तपस्वी और स्वामी मुक्तचित ज्ञान तपस्वी हैं। स्वामी मदुरनाथन ज्ञान तपस्वी निर्माण कार्यों की देखरेख कर रहे हैं। स्वामी सत्यचित ज्ञान तपस्वी चिकित्सा शिविर के समन्वय के प्रभारी हैं। जननी प्रार्थना ज्ञान तपस्विनी, जननी मंगला ज्ञान तपस्विनी और जननी शांतिप्रभा ज्ञान तपस्विनी आश्रम मामलों में सक्रिय हैं। रजत जयंती समारोह के कार्यक्रम समन्वय के लिए स्वामी आनंदज्योति ज्ञान तपस्वी और स्वामी भक्तदत्तन ज्ञान तपस्वी यहां पहुंच गए हैं। जनवरी 1 को रजत जयंती समारोह की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आश्रम के महासचिव स्वामी गुरुरत्नम ज्ञान तपस्वी भी पहुंचेंगे।
दर्शन मन्दिर एवं ध्यान मठ जहां पर नवज्योति श्रीकरुणाकरगुरु का चित्र रखा जाएगा तैयारी के अन्तिम चरण में हैं। ‘मक्कल हेल्थ’ के नाम से आयोजित स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत शान्तिगिरि सिद्ध मेडिकल कॉलेज के नेतृत्व में 2 जनवरी, 2024 से चिकित्सा सर्वेक्षण शुरू किया जाएगा।
शिष्यपूजिता जनवरी 5 को चेन्नई पहुंचेंगी और अगले दिन चेय्यूर आएंगी। जनवरी 7 को चेय्यूर आश्रम के नवनिर्मित परिसर में उद्घाटन दीपक जलाया जाएगा। चेय्यूर शाखा के प्रमुख स्वामी मनुचित ज्ञान तपस्वी ने बताया कि समारोह में राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों के प्रमुख लोगों सहित लगभग पांच हज़ार लोग इस समारोह में भाग लेंगे।