श्रीकरुणाकर गुरु के दिव्य दर्शन मानव एकता के लिए आवश्यक – राम नाथ कोविन्द
पोतनकोड (तिरुवनंतपुरम्): नवज्योति श्रीकरुणाकरगुरु का शिक्षण गूढ़ आध्यात्मिकता एवं मानव एकता पर केन्द्रित है, भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने आज यहां कहा। नवज्योति श्रीकरुणाकरगुरु के ९७वें नवपूजितम् समारोह के उद्घघाटन सम्मेलन का औपचारिक उद्घघाटन करते हुए श्री कोविन्द ने कहा कि नवज्योति श्रीकरुणाकरगुरु एक महागुरु हैं जिन्होंने अपना जीवन शान्ति, समाधान और आध्यात्मिक जागरूकता के लिए अर्पित किया। आत्मबोध की अपनी यात्रा में गुरु ने आध्यात्मिक नवोत्थान का जो केन्द्र स्थापित किया, वह मानव कल्याण के सिद्धांत पर आधारित है। गुरु का आध्यात्मिक मार्गदर्शन आज भी लोगों को शिष्यपूजिता अमृता ज्ञान तपस्विनी के माध्यम से उपलब्ध है। भूतपूर्व राष्ट्रपति ने शिष्यपूजिता अमृता ज्ञान तपस्वी से भेंट के बाद कहा कि शिष्यपूजिता को मिलने के बाद उन्हें एक गहरा आत्मीय भाव महसूस हुआ। गुरु के मूल्य एवं संदेश आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकाश का स्रोत हैं।
केरल के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान सम्मेलन में मुख्य अतिथि थे। सम्मेलन की अध्यक्षता केरल के खाद्य मंत्री श्री जी. आर. अनिल ने की। राज्यपाल ने कहा कि शान्तिगिरि आश्रम ने इस बात की पूर्ति की है कि ‘वाक् सत्य है, सत्य गुरु है, गुरु ईश्वर है ‘। मलयालम भाषा में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए श्री खान ने सबको ओणम के लिए शुभकामनाएं दीं।
वी. के. एल. एवं अल-नमल ग्रुप के चेयरमैन डॉ वर्गिस कुरियन को भारत और अरब देशों के बीच व्यापार एवं सम्बन्ध बढ़ाने के लिए सम्मानित किया गया। सम्मेलन में नवपूजितम् सूवीनियर का प्रकाशन भी किया गया।
श्री कोविन्द ने शान्तिगिरि विद्या भवन को केरल के प्रथम आर्टिफिशल इंटेलिजेंस हाई टेक ई-स्कूल बनाने की घोषणा की। एक और पद्धति की घोषणा की गई जिसके अंतर्गत १०० छात्रों को सौजन्य आई. ए. एस. प्रशिक्षण दिया जाएगा। वैदिक अकादमी ने भूतपूर्व राष्ट्रपति और राज्यपाल को ‘ओणकोडि’ (ओणम के लिए कपड़े) भेंट की।
भूतपूर्व विपक्ष नेता श्री रमेश चेन्निथला, शान्तिगिरि आश्रम अध्यक्ष स्वामी चैतन्य ज्ञान तपस्वी, जेनरल सेक्रेटरी स्वामी गुरुरत्नम् ज्ञान तपस्वी, डायरेक्टर स्वामी नवनन्म ज्ञान तपस्वी, माणिकल ग्राम पंचायत अध्यक्ष श्री कुदिराकुलम् जयन, एम. जी. यूनिवर्सिटी के भूतपूर्व वाइस चांसलर डॉ बाबू सेबास्टियन, सिन्दूरम् चारीटिज़ चेयरमैन श्री शबीर तिरुमला, डॉ के. एन. श्यामप्रसाद, भाजपा ज़िला कोषाध्यक्ष श्री एम. बालमुरली, राष्ट्रीय अल्प संख्यक कमिशन सदस्य श्री जोर्ज सेबास्टियन और डॉ पी. ए. हेमलता सम्मेलन में उपस्थित थे।
श्री राम नाथ कोविन्द प्रातः ९ बजे आश्रम पहुंचे। कमल पर्णशाला में पुष्प समर्पित करने के पश्चात उन्होंने शिष्यपूजिता अमृता ज्ञान तपस्विनी से भेंट की। सम्मेलन के बाद वह दिल्ली लौट गए।